सेटलमेंट गाइड : जानिए, ऑस्ट्रेलिया में चाइल्डकेयर पर सब्सिडी कैसे मिलेगी

How to access subsidised childcare in Australia

Source: Naomi Shi/Pexels

यदि आप पढ़ रहे हैं या काम कर रहे हैं और आपके बच्चों को देखभाल की आवश्यकता है, तो आप ऑस्ट्रेलिया के सब्सिडी वाले चाइल्डकेयर का उपयोग कर सकते हैं। आपकी पात्रता और सरकारी सहायता का स्तर आपकी पारिवारिक आय पर निर्भर करता है और इसके लिए आपको एक्टिविटीज़ टेस्ट देना होता है।


सारा गार्डिन, एक व्यवसाय चलाती हैं और पिछले छह सालों में उन्होंने सिर्फ आठ हफ़्तों का ब्रेक लिया है वह भी तब, जब उनका दूसरा और तीसरा बच्चा पैदा हुआ।

वह कहती हैं कि लचीले घंटों में काम करने की आज़ादी उन्हें चाइल्डकेयर सेवाओं के विकल्पों के चलते ही मिली।
पिछले कई सालों में हमनें विभिन्न प्रकार के चाइल्डकेयर का उपयोग किया है, वह कहती हैं

मुख्य बातें :

  • ऑस्ट्रेलिया में विभिन्न चाइल्डकेयर विकल्पों में सेंटर बेस्ड डे केयर, फैमिली डे केयर, आउटसाइड स्कूल आवर्स केयर, इन-होम केयर और प्रीस्कूल शामिल हैं।
  • प्रीस्कूल वर्ष डेकेयर सेंटर हो या फिर स्टैंड-अलोन किंडरगार्टन, बच्चे को एक ही पाठ्यक्रम पढ़ाया जाना चाहिए।
  • फेडरल सरकार परिवार की आय और काम या अध्ययन के घंटों के आधार पर चाइल्डकेयर लागत पर सब्सिडी देती है।

चाइल्डकेयर विकल्प 

शिक्षा, कौशल और रोजगार विभाग में अर्ली चाइल्डहुड एंड चाइल्डकेयर ग्रुप की उप सचिव, डॉ रोस बैक्सटर कहती हैं कि ऑस्ट्रेलिया में माता-पिता कई चाइल्डकैअर विकल्प चुन सकते हैं। इनमें से एक विकल्प है चाइल्डकैअर सेंटर, जिसे सेंटर बेस्ड डे केयर के नाम से भी जाना जाता है। एक अन्य विकल्प फैमिली डे केयर भी है।
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Source: Natalie/Pexels
इसी के साथ एक विकल्प आउटसाइड स्कूल ऑवर्स केयर भी है, इसमें बच्चे की स्कूल से पहले या बाद में देखभाल की जाती है जो की आमतौर पर सुबह 6.30 बजे से 9 बजे तक और फिर दोपहर 3 बजे से शाम 6 बजे तक रहती है। इसी के साथ स्कूल की छुट्टियों के दौरान भी आप यह सेवा प्राप्त कर सकते हैं।
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Source: Getty Images/Lyn Walkerden Photography
जिन क्षेत्रों में ये चाइल्डकैअर विकल्प उपलब्ध नहीं हैं, वहां इन-होम केयर है, जहाँ शिक्षक बच्चे के घर में देखभाल प्रदान करता है।
इन-होम केयर उन परिवारों के लिए उपयुक्त है जिनके घर के पास किसी चाइल्डकेयर का विकल्प नहीं है या फिर जिनके काम करने के घंटे निर्धारित नहीं हैं। इन परिवारों की ज़रूरतें भी अलग रहती हैं।
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Source: Pexels/Pixabay
फिर इसके बाद पांचवे प्रकार की देखभाल है प्री-स्कूल।

डॉ बैक्सटर के अनुसार, स्कूल से पहले को छोड़कर इन सभी सेटिंग्स में, चाइल्डकेयर कब लेनी है यह बच्चे की उम्र से ज्यादा इस बात पर निर्भर करता है कि बच्चे और परिवार की स्थिति और ज़रूरतें क्या है।
सारा गार्डिनर का कहना है कि जब उनके बच्चे छोटे थे तब बच्चों को फैमिली डेकेयर यानी पारिवारिक डेकेयर में रखना बहुत अच्छा रहा।
मैं जिस क्षेत्र में रहती हूँ, वहां कोई लंबा डेकेयर सेंटर नहीं है। इसलिए मैंने फैमिली डेकेयर देखना शुरू किया

kids playing daycare centre
Source: cottonbro/Pexels
जब बच्चे दो साल के हो गए, तो वह एक लंबे डेकेयर सेंटर में जाने लगे और जब वह साढ़े तीन साल के हो गए, तो वह सप्ताह में तीन दिन प्रीस्कूल जाने के लिए केंद्र में जाया करते थे। सारा गार्डिनर का कहना है कि स्कूल शुरू करने से पहले बच्चों के प्रीस्कूल जाने से बच्चों को स्कूल की तैयारी में बहुत मदद मिली।

KU प्रीस्कूल, चाइल्डकैअर और प्रारंभिक शिक्षा सेवाओं का एक गैर-लाभकारी प्रदाता है, जिसके ऑस्ट्रेलिया में 150 केंद्र हैं।

डॉ बैक्सटर का कहना है कि ऑस्ट्रेलिया में एक ही पाठ्यक्रम बच्चे को पढ़ाया जाना चाहिए, चाहे वह अपना प्रीस्कूल वर्ष डेकेयर सेंटर में करे या एक स्टैंड-अलोन किंडरगार्टन में।
केंद्र-आधारित डेकेयर, स्कूल के घंटों की देखभाल के बाहर, पारिवारिक डेकेयर, होम केयर और प्रीस्कूल सभी को फेडरल सरकार से धन प्राप्त होता है

 

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